इस कदर खुश हो गए उनपर,
कि बातों बातों में हमने कह दिया,
मांगलो हमसे जो चाहो आज,
उन्होंने हमसे जुदाई मांग ली,
और हमने इकरार भर दिया,
आँखें कह रही थी कुछ और,
होंठो ने कुछ कह दिया,
रो रहे थे दोनों,जिसे उन्होंने,
मेरा हँसना समझ लिया|
रविवार, नवंबर 29, 2009
उन्होंने हमसे जुदाई मांग ली
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