गुरुवार, दिसंबर 29, 2022

हैं नहीं पहले सी अब तो रौनकें बाजार में

 ग़ज़ल 


सब तरफ है छाई मंदी  आजकल  व्यापार में

हैं नहीं पहले  सी   अब तो  रौनकें  बाजार  में 


कुछ जरा   बदलाव आए , दाम शेयर  के  गिरें 

ढूँढने  लग  जाते  हैं  जी  ऐब  हम  सरकार  में 


आप भी कुछ हल निकालें  बात बन ही जाएगी

क्यों  भड़क  कर  दोष देते  वक्त को   बेकार  में 


चाटुकारी,    बेईमानी    मिलती     बेग़ैरत में  है

दोष   ये   होते  नहीं    हैं    आदमी  ख़ुद्दार     में 


हर तरफ होगा   उजाला  होगी  रोशन  रात  ये 

क़ुमक़ुमे   यूँ  जल  उठेंगे  नूर   के  त्योहार    में


डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर

बोकारो थर्मल,झारखंड