अधूरी तस्वीर का कोई खरीदार नहीं होता,
भर जाएँ रंग तो लग जाते हैं कतार खरीदारों के|
उगता हुआ सूरज सबका सलाम पाता है,
डूब जाए तो भूल जाते है, उसके उपकारों को|
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किसी को पाने की तमन्ना मत करो,
बल्कि अपने को ऐसे सांचे में ढालो कि,
लोग आपको पाने की तमन्ना करने लगें|
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शनिवार, नवंबर 28, 2009
अधूरी तस्वीर का कोई खरीदार नहीं होता
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