बदले कितने व्यवहार इस तालाबंदी से
जुड़ गए दिलों के तार इस तालाबंदी से
गृहस्थी की गाड़ी भी पटरी पर चल रही
पर कुछ भ्रम भी टूटेंगे इस तालाबंदी से
"लारा",
जुड़ गए दिलों के तार इस तालाबंदी से
गृहस्थी की गाड़ी भी पटरी पर चल रही
पर कुछ भ्रम भी टूटेंगे इस तालाबंदी से
"लारा",
7 comments:
इसे तालाबंदी ही कहेंगे क्या ? अच्छा लिखा है ।
देखें यह तालाबंदी या देश मंदी जो भी कहें हमें अभी और क्या क्या दिखाती सुनाती है सबसे अच्छा हो कि इसके बाद जो भी समय आएगा वह सब के लिए सुखद होगा शुक्रिया और आभार आपका इतनी सरलता से इतनी सुंदर बात कह जाने के लिए
🙏 प्रणाम दीदी , जी दीदी और क्या कहें इसे । जो भी हो
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद परिवार को एकसूत्र में बांधने का काम किया किया है इस लॉक डाउन ने
अजय जी धन्यवाद ।
देश के साथ सभी चलें अभी तो यही समझदारी की बात
है हमसभी के लिए।
कुछ भ्रम निश्चित ही टूटेंगे ... बहुत ही बढ़िया लिखा।
बहुत सुन्दर ...
बहुत भ्रम टूटेंगे !
आज ताला बंदी ही जीवन बचा रही है सुंदर रचना।
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