काव्य संग्रह "स्वप्न मरते नहीं " मेरी पहली पुस्तक प्रकाशित होकर आ गयी है .
स्वपन मरते नहीं,
कुछ क्षीण हो जाते हैं,
हाँ आशान्वित होकर,
उस टूटे सपनो से,
अधीर होते हैं हम,
पर,
उस अधीरता में भी जो,
धीरज ना खोते हैं,
वो बिखर कर भी,
अपने मुट्ठी में,
अपने ख्वाबों का जहाँ ko,
हकीकत में,
साकार कर लेते हैं.
कुछ क्षीण हो जाते हैं,
हाँ आशान्वित होकर,
उस टूटे सपनो से,
अधीर होते हैं हम,
पर,
उस अधीरता में भी जो,
धीरज ना खोते हैं,
वो बिखर कर भी,
अपने मुट्ठी में,
अपने ख्वाबों का जहाँ ko,
हकीकत में,
साकार कर लेते हैं.
"रजनी नैय्यर मल्होत्रा "
18 comments:
sach mein swapn kabhi marte nahi hai
insaan swapn dekhna band kar de to samjho, life khatm!
achhi rachna
very true स्वपन मरते नहीं,
कुछ क्षीण हो जाते हैं,
उस अधीरता में भी जो,
धीरज ना खोते हैं,
वो ही तो अपने सपने साकार कर पाते हैं ...पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ अच्छा लगा साधुवाद !
hardik aabhar .....rosi ji ....
khare ji......
anand ji........
aap sabhi ko mera hardik aabhar
जब तक जीवन है , स्वप्न कभी मरते नहीं । नयी पुस्तक के लिए बधाई । एक पार्टी due हो गयी।
pustak ke liye badhai ,
swpna hi jeevan darshan dete hain .sunder rachna .
बिल्कुल सही ....स्वप्न नहीं मरते..... पुस्तक के लिए बधाइयाँ.....
स्वप्न मरते नहीं , सिर्फ क्षीण हो जाते हैं ...
बहुत सही !
किताब के प्रकाशन के लिए बहुत बधाई !
बहुत सार्थक संदेश देती एक प्रेरणादायी रचना ! बधाई स्वीकार करें !
bahut sundar rachna lagi Rajani ji...sambhavtah aaj pahli baar aapko padha..bahut sundar aur sarthak lekhan hai aapka...bahut bahut abhivaadan...
cngrtulations........
aapki pahli kitab ke liye aapko bahut badhaiyaan.
बहुत सुन्दर सार्थक प्रस्तुति..आपकी नयी पुस्तक के प्रकाशन पर बधाई!
aap sabhi ko mera hardik naman ...
apna sneh yun hi bnaye rakhiyega network ki presani ki vajah se jald nahi aa payi ....
किताब के प्रकाशन के लिए बहुत बधाई !
बहुत सुन्दर सार्थक प्रस्तुति..आपकी नयी पुस्तक के प्रकाशन पर बधाई!
हाँ, सही में ऐसा होता है...
लेकिन हमेशा और सबके साथ नहीं :)
किताब कि बधाई.
aap shahi bol rhe hai
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