कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें
भाद्रपद की तिथि अष्टमी
कृष्ण जन्म का त्यौहार
फिर से
आ
जाओ कान्हा
तुम लेकर
कोई अवतार
वंशी बजईया रास रचईया
करने दुष्टों का संहार
कह रही विवश धरा तुमसे
बढ़ गया कंश
का
अत्याचार
जहाँ तुमने
था जन्म लिया
सुनले कोई अर्जुन रहा पुकार
1 comments:
सुन्दर व सार्थक रचना ..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका स्वागत है...
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