फेरते हो नज़रें मुझसे , बचने के लिए
बंद आँखों में भी मेरा दीदार हो जायेगा.
तेरे उल्फ़त के मारे हम ,
नफ़रत भी दोगे तो प्यार हो जायेगा .
चाहत नहीं आसमां हो मेरी मुटठी में,
तेरा आँगन ही सारा संसार हो जायेगा.
चाहत की क़ीमत न लगा ये अनमोल है ,
वर्ना प्रेम एक व्यापार हो जायेगा.
अब तक ख़ामोश हैं मेरी निगाहें,
बोल उठी तो सुनना नागवार हो जायेगा.
है अंधेरों से भरी मेरी जीवन की राहें,
साथ दो , रौशन मेरा संसार हो जायेगा.
फेरते हो नज़रें मुझसे बचने के लिए
बंद आँखों में भी मेरा दीदार हो जायेगा.
"रजनी"
16 comments:
Wah Wah !! kya bat hai
हैं अंधेरों से भरी मेरे जीवन की राहें,
साथ दे, रोशन मेरा संसार हो जाएगा !!
*****************************
इन पंक्तियों ने दिल की गहराईओं को स्पर्श कर दिया ! आपका कोटि-कोटि धन्यवाद !
अत्यंत सुन्दर ग़ज़ल !
- प्रसून
http://prasoondixitankur.blogspot.com/
bahut bahut umdaa hai ye............ pata nahi ..........kuch......
"BAND AANKO ME BHI AAPKA DIDAR HO JAYEGA.........."..........:)
ab itni bhawpurn rachna hogi to aisa hi hoga..........!!
kabhi yahan bhi aayen
Kainvess
www.jindagikeerahen.blogspot.com
pyaar band aankhon se bhi didaar kar leta hai.....pyaar to bas pyaar hai
aapsabhi ka koti koti naman hai..........
aap ki kavita bahot pyari hai.
Mind blowing poem hai rajani didi
बहुत बढ़िया रचना.
nirmal ji.........
udan ji aapka hardik sukriya hausla afjaai ke liye.....
sidarth tumhe bhi bahut 2 prem didi ka
वाह .. बहुत सुंदर रचना है !!
bahut khubsurat rachna hai ye :)
sangeeta ji ..........
avinash ji aapdono ko mera hardik naman........
रचना प्रेम के उत्कट भावों की अभिव्यक्ति है ।
sukriya sir ji aap aaye manobal milta hai
एक टिप्पणी भेजें