बुधवार, नवंबर 23, 2016

क़तरे समंदर को डराते नही हैं

छीनकर किसी से कुछ पाते नहीं हैं
 समन्दर को  क़तरे डराते   नहीं   हैं .
है अपने जीने का  अलग ही अंदाज़ .
बिन बुलाये  किसी के दर जाते नही हैं 

शनिवार, नवंबर 19, 2016

अक्स बदलते हैं हालात बदलते हैं                          मौसम की तरह उनके बात बदलते हैं