उस ज़िन्दगी को,
क्या कहें ?
जो भरी ना हो,
चुनौती से ,
बस एक इरादा ही,
काफी है,
फैसले,
बदलने ले लिए,
हर पल जो,
तैयार हो,
मुश्किलों में भी,
चलने के लिए.
मंगलवार, जून 22, 2010
बस एक इरादा ही, काफी है, फैसले, बदलने ले लिए,
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
6 comments:
हर पल जो,
तैयार हो,
मुश्किलों में भी,
चलने के लिए.
_____________________________
आंटी जी ! आपने काफी सुन्दर सी रचना प्रस्तुत की है ! आभार !
irade buland ho to kya kahne.......:)
badhiya...
Nice lines Rajni ji ............
aap sabhi ko mera hardik naman
सचमुच, इरादे ही तारीख लिखते हैं।
--------
आखिर क्यूँ हैं डा0 मिश्र मेरे ब्लॉग गुरू?
बड़े-बड़े टापते रहे, नन्ही लेखिका ने बाजी मारी।
BAHUT KHOOB
एक टिप्पणी भेजें