होली की शुभकामनाओं के साथ ये होली ग़ज़ल 👇आपके हवाले मित्रों 🙏😊
न आज रंग से बचो बुरा न मानो होली है
कोई मले गुलाल तो बुरा न मानो होली है
भुला दो भेदभाव सब भुला दो सारी दूरियाँ
लगा के रंग बस कहो बुरा न मानो होली है
जला दो सारी नफ़रतें इस होलिका की आग में
सभी से बस गले मिलो बुरा न मानो होली है
लिए गुलाल हाथ में चलीं वो देखो टोलियाँ
गली गली ये शोर हो बुरा न मानो होली है
निराली ब्रज की होली है जो आ गए हो तो सुनो
पड़े जो सर पे लट्ठ तो बुरा न मानो होली है
डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यरबो
कारो थर्मल,झारखंड
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