मंगलवार, अप्रैल 28, 2020

गीत : सुख दुख का है ताना बाना

सुख दुख  का है  ताना बाना
जीवन में इनका  आना जाना

जैसे   दीपक  संग  है   बाती
सुख- दुख हैं जीवन के साथी
चाहिए  जीने    का    बहाना
जीवन में  इनका  ताना बाना


 
दुःख   दर्शाती   है    मजबूरी
है रिश्तों की भी परख ज़रूरी
ग़म से मन को  मत  भरमाना
जीवन में  इनका  ताना  बाना


कुछ अपने भी  छल  जाएँगे
 गर  हालात    बदल  जाएँगे
हँसना और   सदा   मुस्काना
जीवन में इनका  ताना  बाना

"लारा"

9 comments:

अजय कुमार झा ने कहा…

अहा , कितनी सरल और कितनी गहरी । प्रभावपूर्ण पंक्तियां

राजीव तनेजा ने कहा…

बढ़िया पंक्तियाँ

Girish Billore Mukul ने कहा…

अच्छी कोशिश है रिदमिक इफेक्ट लाने के लिए के लिए कोशिश जारी रहे

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर = RAJA Kumarendra Singh Sengar ने कहा…

सब कुछ ताना-बाना ही है...

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना।

Girish Billore Mukul ने कहा…

अति उत्तम वाह क्या बात है

रेखा श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति !

संगीता पुरी ने कहा…

अति उत्तम !

डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर (लारा) ने कहा…

आप सभी सुधीजनों को बहुत बहुत आभार 🙏