मंगलवार, दिसंबर 22, 2009

हमसफ़र मेरे साथ तो दोगे ना

ये नज़्म मेरे जीवनसाथी के लिए .....

हमसफ़र मेरे,   साथ तो दोगे ना
लडखडाये  कभी क़दम  मेरे ,हाथ तो दोगे ना,
आये कभी मेरे पलकों पर आंसू, पोंछ तो दोगे ना,

 ज़िन्दगी का  हर पल  खुशियों से भरा होता नहीं,
कभी ग़म के  बादल  जो छाये ,हिम्मत तो दोगे ना,

जीवन के सफ़र में, आती  हैं मुश्किल राहें,
हर राह के सफ़र में , हमसफ़र बनोगे ना,

"आज हम कह रहे हैं कल तुम भी कहोगे ना"
"हमसफ़र मेरे साथ तो दोगे ना",

मेरे हाथों को सहारा ,अपने हाथों का दोगे ना,
दर्द हो मन में मेरे,आँखों से जान लोगे ना,
बिन कहे मेरी हर बात पहचान लोगे ना,

हमसफ़र जीवन के सफ़र का, होता है हर किसी का,
तुम मेरे हमसफर हो,हमराज़ हो,हमराज़ तो रहोगे ना,
कोई ख़ता  हो ज़िन्दगी में मुझसे, माफ़ तो करोगे ना,

"मरते हैं तुम्हीं पर दिल-ओ-जान   से हम"
ये  लफ्ज़  एक बार ही सही, हमसे कहोगे ना |

हमसफ़र मेरे साथ तो दोगे ना,

तेरे सिंदूर से ज़िन्दगी मेरी सिंदूरी है,
जिंदगी मेरी हर पल सिंदूरी करोगे ना,

हमसफ़र मेरे साथ तो दोगे ना |

BY ----- RAJNI NAYAAR MALHOTRA 8:21 PM