मंगलवार, फ़रवरी 01, 2022

शेर

 

12 रुक्न शेर
22    22   22      22     22 22

माना सुख है सत्ता  के  गलियारों  में 
पर चलना पड़ता है जलते अंगारों में 
अपने भी इसमें दुश्मन बन  जाते  हैं 
चैन अमन  वो ढूँढते हैं  हथियारों  में 
"डॉ. रजनी मल्होत्रा नैय्यर"