शनिवार, जुलाई 23, 2022

मतला व 1 शेर



हयाते जंग   में  अपनों  को   साथ  पाते हैं 

तभी  तो  आप  ग़मों  में  भी  मुस्कुराते  हैं 

दुखों के  साये  सदा   साथ  तो  नहीं  होते

वो आ तो जाते हैं लेकिन चले भी जाते  हैं


डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर